

रिपोर्ट :- फय्याज (जिला संवाददाता बस्ती)
बस्ती जनपद महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना उनके पूरे भविष्य को तय करता है यदि हम अपने निर्णय स्वयं ले सकते हैं तो सही मायने में हम पूरी तरह से आजाद हैं। अनेक मसलों पर हमारा निर्णय निर्भरता की वजह से प्रभावित होता है।
आज ये परिस्थितियाँ बदली है महिलायें घरों से बाहर निकली हैं, पढ़ कर सभी क्षेत्रों में नौकरियां कर रही हैं। सरकारी व निजी क्षेत्र में वे समान वेतन पर काम कर रही हैं लेकिन निजी क्षेत्रों में कई बार, कई जगहों पर उन्हें आज भी भेद-भाव एवं पुरुषों की गन्दी निगाहों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रेस क्लब के सभागार में आयोजित शिक्षिका पूजा सिंह ने यौन अपराधों पर कानूनी शिकंजा एवं समाज के उत्तरदायित्व को लेकर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें पत्रकारों के सवालों के जबाब उन्होंने कहाँ कि यदि माता पिता अभिभावक शिक्षक शिक्षिकाएं बच्चों को गुड टच वेड टच को लेकर गंभीरता से समझाए तो नजदीकी रिश्तेदार सगे संबंधियों द्वारा यौन उत्पीड़ित पर काबू पाया जा सकता है। साथ ही बच्चों के सपने पति पत्नी को एक दूसरे से थोड़ी दूरी बनाकर रखना चाहिए।
भाजपा नेता गजेंद्र सिंह ने कहा कि महिलाओं के लिए प्रदेश सरकार सभी थानों एवं जिला चिकित्सालय में महिला डेस्क स्थापित किया है तो वही उनकी सुरक्षा के महिला हेल्पलाइन की स्थापना भी की गई है किसी भी विषम परिस्थिति में कोई बच्ची फस जाए तो उसे तत्कालीन सहायता मुहैया कराने की व्यवस्था है।
अभिषेक सिंह ने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए समाज का भी दायित्व है कि किसी लड़की या महिला को अगर समस्या ग्रस्त दिखे तो आगे आकर नजदीक पुलिस स्टेशन को सूचित करें साथ ही कुछ लोगो के साथ तबतक वहाँ मौजूद रहे जबतक वहा पुलिस पहुंच नही जाती।
उन्होंने लड़कियों से भी अपील किया कि घर मे कुछ भी पहने लेकिन यदि बाहर अथवा कार्यस्थल पर जा रही हो तो ऐसे कपड़े पहने जिससे शरीर का अधिकांश हिस्सा ढका रहे।
उन्होंने कहा कि अंदर और बाहर से खुद को मजबूत बनाए हर बिषम परिस्थितियों में घबराए नही सूझबूझ एवं हिम्मत के साथ काम ले सभी बहन बेटियों के पास महिला हेल्पलाइन के नंबर के साथ सेल्फ डिफेंस के लिए खुद को तैयार कीजिए। यह भारत भूमि है यहाँ का इतिहास वीरांगनाओं से भरा पड़ा है। जरूरत है तो अपने अंदर की क्षमता पहचानने की।