
बाढ़ क्षेत्रों में सतर्कता बरतने के निर्देश, सीएमओ ने लिया जायजा
संतकबीरनगर
जितेन्द्र चौधरी
- क्षेत्र के चार हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टरों पर जाकर देखी व्यवस्था
- नियमित टीकाकरण की ली जानकारी, व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश
संतकबीरनगर। 20 जुलाई 2019- जिले के दक्षिणांचल से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी में आ रहे उफान को देखते हुए नदी के सीमावर्ती इलाकों में पड़ने वाले हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टरों को पूरी तरह से सतर्क कर दिया गया है। जिले के सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने अपनी टीम के साथ जाकर वहां की स्थितियों को देखा तथा कमियों को दूर करने के निर्देश के साथ ही अन्य जरुरी दिशा निर्देश भी दिए।
सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह जिले के सर्विलांस प्रभारी डॉ ए के सिन्हा के साथ हैसर बाजार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रक्षेत्र में पड़ने वाले हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर दौलतपुर, चपरा पूर्वी, अशरफपुर व बभनौली में गए। वहां पर तैनात स्टाफ से उन्होने बाढ़ को लेकर पूरी तरह से सतर्क रहने के निर्देश दिए। साथ ही क्षेत्र में आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर लोगों को हर समय जागरूक रहने के निर्देश भी दिए। क्षेत्र की एएनएम को केन्द्र पर हर समय जीवन रक्षक दवाओं के साथ ही क्लोरीन की गोलियां और ब्लीचिंग पाउडर रखने के लिए कहा। ताकि आपात स्थितियों में उसका उपयोग कराया जा सके। इस दौरान उन्होने चपरा पूर्वी और बारीडीहा में टीकाकरण की स्थितियों के बारे में भी जानकारी ली। इसके बाद उन्होने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जगदीशपुर में जाकर वहां पर उपलब्ध जीवन रक्षक दवाओं के साथ ही सांप काटने वाली दवाओं की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उनके साथ हैसर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ वी के सिंह भी मौजूद रहे।
उपकेन्द्रों पर रखवाई जीवनरक्षक दवाएं
बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिले के स्वास्थ्य उपकेन्द्रों पर जीवन रक्षक दवाएं रखवाई गई हैं। ताकि आपात स्थिति में त्वरित तरीके से उसका उपयोग करवाया जा सके। यही नहीं ब्लीचिंग के साथ ही क्लोरीन की गोलियों व अन्य आवश्यक वस्तुओं को उपकेन्द्रों पर रखवाया गया है। ताकि स्थिति बेहतर हो सके।
जिले को मिलेंगी 5 नई एम्बुलेन्स
सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने बताया कि जिले में चिकित्सा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के लिए 5 नई एम्बुलेन्स मिलेगी। ये नई एम्बुलेन्स 108 एम्बुलेन्स के बेड़े में जुटेंगी। यहां पर कुछ एम्बुलेन्स पुरानी हो गई थी, इसके लिए प्रदेश से मांग की गई थी। इसकी एवज में ये एम्बुलेन्स आ रही हैं।