
भोजन व्यवस्था होगा और सुदृढ – महंथ विचार दास


सन्त कबीर नगर – रीलेक्सो डोमस्वेयर कंपनी के निदेशक नेकनामी अब्दुल्लाह खान के सहयोग से संचालित सद्गुरु कबीर भोजन सेवा को और सुदृढ रूप देते हुए कबीर मठ पीठाधीश्वर महंथ विचार दास ने कहा कि सुदृढ सुव्यवस्था के साथ भोजन सेवा को और विस्तार देने की आवश्यकता है इसके लिए सबसे जरूरी काम सेवादारो की है जिनके द्वारा तीर्थ यात्रियो आगंतुको एवं भूखे जनो को समय से भोजन दिया जा सके । उन्होने यह भी कहा कि भोजन कक्ष के सामने टीन शेड की निहायत आवश्यकता है ताकि भोजन ग्रहण करने मे किसी को तनिक भी कोई कष्ट महसूस न हो । साथ ही उन्होने कहा कि श्री अब्दुल्लाह खान साहब के द्वारा भोजन सेवा व्यवस्था से सत्कर्म करने की मिल रही प्रेरणा से यह सीख लेनी चाहिए कि मानव जीवन प्रेम और सत्कर्म करने की चीज है मिले इस अवसर से किसी को चूकना नही चाहिए । वही निदेशक अब्दुल्लाह खान ने कहा कि सूफी सन्त कबीर साहब के निर्वाण स्थली पर आकर कुछ नेक काम करने का जो सौभाग्य प्राप्त हुआ है यह उस परवरदिगार आलम का रहमोकरम है वर्ना हमारी क्या कूवत है । उन्होने यह भी कहा कि यह मानव जिन्दगी एकता भाईचारे के लिए मिली है इसे नाहक मे जाने नही देना चाहिए जो भी थोड़ा बहुत सामार्थ्य है उसका सदुपयोग करना चाहिए । यही उपदेश जीवन पर्यन्त कबीर साहब मानव समाज को देते रहे है । हमे गुणवान बनना चाहिए इसीलिए उस अल्लाह ने हमे तालीम से नवाजा है ।
बता दे कि कबीर मठ पीठाधीश्वर महंथ विचार दास व 2015 मे जनपद के जिलाधिकारी कार्यकाल के दौरान आध्यात्मिक उन्नति एवं विकास का खाका खीचने वाले सेवानिवृत्त अलीगढ़ मंडलायुक्त आई ए एस अजयदीप सिंह की अध्यक्षता मे निगरानी समिति गठन के परिचर्चा मे शामिल होने आये थे । जहां आपके द्वारा निजी राय मे कहा गया कि सद्गुरु कबीर साहब के इस निर्वाण स्थली को विश्व पर्यटन स्थली के रूप मे विकसित करना चाहिए । इससे कबीर साहब के उपदेशो को जीवन मे उतारने को बल मिलेगा । हमे सिस्टमैटिक रूप से ऐसी निगरानी समिति बनानी चाहिए जिसमे सेवादारो की भागीदारी सुनिश्चित हो । जो कबीर साहब के उपदेशो को अंगीकार करके सेवा कार्य के लिए समर्पित हो । कोई भी कार्य चुनौतीपूर्ण तब – तक है जब – तक उसे जटिल माना जाता है ।