
नन्हे बच्चों ने खुदा की इबादत कर पूरा किया अपना पहला रोजा!
रिपोर्ट:अतहरूल बारी
सेमरियावां।संतकबीरनगर

अजमत और बरकत का महीना रमजान उल मुबारक इस बार अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए काफी आजमाइशो से भरा हुआ है। क्योंकि देश में कोविड-19 महामारी ने अफरा-तफरी मचा रखी है जिसे रोकने के लिए देशव्यापी लाकडाउन घोषित हो चुका हैं सभी लोग घरों में रहकर अल्लाह की इबादत कर रहे हैं इस चिलचिलाती धूप और तेज गर्मी के बीच बड़े बुजुर्गों के साथ बच्चों ने भी माहे रमजान का पहला रोजा रखा।
ब्लॉक के बढ़या माफी सेमरियावां निवासी मोहम्मद अयान 8 वर्षीय पुत्र हैदर अली ने अपने जिंदगी का पहला रोजा पूरा किया मामू तौफीक अहमद ने बताया कि घर का माहौल दीन दार होने की वजह से लोगो को देखकर आयान ने अपना रोजा मुक्कमल किया। उसी गांव निवासी मोहम्मद नावेद 9 वर्षीय पुत्र हकीमुल्लाह ने भी अपना पहला रोजा पूरा किया।
बड़े भाई जावेद अहमद ने बताया कि हकीमुल्लाह घर वालो के साथ सुबह में सेहरी किया और रोजा रखने की नियत कर ली दिन भर खुदा की इबादत में मशगूल रहा और अपने जिंदगी का पहला रोजा पूरा किया। मुडाडीहा खुर्द निवासी व अल हिदायह पब्लिक स्कूल सेमरिय़ावां की कक्षा 1 की 7 वर्षीय लबीबा मरियम पुत्री मौलाना अब्दुर्रहमान ने अपना पहला रोजा मुकम्मल किया और इस बाबरकत माह रमज़ान में इस नेक काम पर घर वालों ने खूब की दुआएं दी। तो वहीं बेलहर ब्लॉक के कैथवलिया निवासी महवीश जावेद 7 वर्षीय पुत्री जावेद अहमद ने पूरा दिन अल्लाह की इबादत कर अपने जिंदगी का पहला रोजा मुक्कमल किया। तो वही बरैनियां निवासी अदनान अहमद 8 वर्षीय पुत्र सैय्यद अहमद ने अपने जिंदगी का पहला रोजा मुक्कमल किया।