
किसानों की विभिन्न माँगो को भाकियू चढूनी ने एस डीएम कार्यालय पर दिया धरना, मांगे न माने जाने पर दी रोड जाम की चेतावनी

संत कबीर नगर / धनघटा
भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने किसान हित एवं जनहित की विभिन्न मांगों को लेकर आज किसानों, कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियों संग एसडीएम धनघटा कार्यालय पर विशाल धरना-प्रदर्शन कर रोड जाम की चेतावनी दी।
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम मे नाराज कार्यकर्ताओ, किसानों, पदाधिकारियों ने प्रशासन विरोधी जमकर नारे लगाए। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत सौ से ज्यादा किसानो व कार्यकर्ताओ ने कार्यक्रम मे भाग लिया। जिसमे तहसील धनघटा के कई गांव के किसान मौजूद रहे। कार्यक्रम मे कार्यकर्ताओ, किसानो, पदाधिकारियों के हौसले बुलंद करने के लिए संगठन के वरिष्ठ प्रदेश महासचिव श्रीप्रकाश पांडेय भी अपनी सहभागिता निभाया। जहां पर उन्होने कार्यक्रम को सम्बोधित किया। प्रशासन के लचर रवैए से नाराजगी व्यक्त किया और धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को सम्बोधित किया वरिष्ठ प्रदेश महासचिव ने कहा कि अधिकारी पूरी तरह निरंकुश हो गये हैं, किसानों को जागरूक होकर अपने हक की लड़ाई लड़कर अपनी मांगो को पूरा कराना होगा, अन्यथा किसानों की कोई सुनने वाला नही है।
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को सम्बोधित कर संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने कहा कि देश का किसान आज काफी परेशान है, अनेकों समस्याओ से जूझ रहा है। अधिकारियों कर्मचारियों के लचर रवैये के कारण देश मे संचालित तमाम सरकारी योजनाओं से वंचित है। तमाम योजनाओ के तहत पात्र होते हुए भी सरकारी अधिकारियों, कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है, बावजूद इसके उसे योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिले के धनघटा तहसील अन्तर्गत ग्राम आगापुर उर्फ गुलरिहा, छपरा मगर्वी गांव के सिवान को लेकर वर्षो बाद भी आज सीमा विवाद बना हुआ है, जिससे गाँव मे उचित विकास नही हो पा रहा है। कई बार तहसील प्रशासन जिला प्रशासन को मामले से अवगत कराया गया लेकिन स्थिति जस का तस बनी हुई है। अधिकारियों कान मे जूं नही रेंग रहा है।
जिलाध्यक्ष ने अपने संबोधन मे आगे कहा कि जिले के दक्षिणांचल मे धनघटा तहसील के गांवों से गुजरने वाली घाघरा नदी से बालू ठेकेदार व बालू माफिया मनमाने तौर पर, नियम विरुद्ध तरीके से बालू का खनन कर रहे हैं। जिससे नदी की धारा मुड़ गयी है, भविष्य मे नदी की धारा किसानो के घरों व खेतों को भी भारी तबाही कर देगी, जिससे जान माल का काफी नुकसान होगा। किसान, ग्रामीण पूरी तरह बर्बाद हो जायेंगे।
कार्यक्रम को सम्बोधित कर जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि धनघटा तहसील के छपरा मगर्वी आदि गांवों मे किसानों की खतौनी नही निकल पा रही है, तहसील कर्मचारियों की मनमानी व लापरवाही से खतौनी उलट पूलट हो गया है, जिसे दुरूस्त कराया जाए। किसानों, ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। तमाम योजनाओ को इसी कारण इन्हे वंचित होना पड़ रहा है। किसान सम्मान निधि भी इसी कारण तमाम किसानो का बंद हो गया है, जिसे जल्द से जल्द सही कराया जाए।
जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि जिले के धनघटा तहसील के कई गांवों के ग्रामीणों, किसानो को अभी कई वर्षो से बाढ राहत नही दिया गया है उन्हे यथाशीघ्र उपलब्ध कराए जायें।
संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने किसानों, ग्रामीणों की अन्य मांगों को भी उप जिलाधिकारी धनघटा के समक्ष उठाया, कई गांवों मे रास्ते की समस्याओ से भी अवगत कराकर यथाशीघ्र निस्तारण की मांग किया। जिस पर उनके द्वारा जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया।
संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि जनहित एवं किसान हित पर कई मामलों पर शिकायत पत्र, मांग पत्र अनेकों बार शासन प्रशासन के समक्ष बार बार दिया जा रहा है, धरना-प्रदर्शन भी किया गया लेकिन कारवाई नही की जा रही है। सम्बन्धित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे किसानों, कार्यकर्ताओ मे आक्रोश व्याप्त है यदि मांगे नही मानी गयी किसान आन्दोलन कर रोड जाम करेगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को कई अन्य कार्यकर्ताओ, पदाधिकारियों, किसानों ने सम्बोधित कर किसानों की तमाम समस्याओ से रूबरू कराया। क्षेत्र मे तैनात कई हल्का लेखपालों के भ्रष्टाचार, अनियमितताओं की भी शिकायत कर उनका स्थानांतरण कर उन पर विभागीय कार्रवाई की मांग किया। जिसको संगठन ने गम्भीरता से लिया और अधिकारी से वार्ता कर यथाशीघ्र निराकरण कराने के लिए कहा।
करीब एक घंटे से ज्यादा समय तक चले धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को उप जिलाधिकारी धनघटा ने आकर किसानो कार्यकर्ताओ के मामले से रूबरू होकर उनकी मांगों, शिकायतों पर उचित कार्रवाई का भरोसा देकर उनके आन्दोलन को समाप्त कराया। कुछ मामले मे पूर्व मे ही निस्तारण हो जाने की भी बात कही। तब जाकर किसान, कार्यकर्ता, पदाधिकारीगण ने जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट के माध्यम से ज्ञापन एवं शिकायत पत्रो को उन्हे देकर आन्दोलन समाप्त किया।
धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम मे संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट के अलावा वरिष्ठ प्रदेश महासचिव श्रीप्रकाश पांडेय, जिला उपाध्यक्ष रामचंद्र यादव उर्फ प्रमुख जी, सूखना उर्फ पूजा, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, तहसील अध्यक्ष धनघटा हफीजुल्लाह, नन्दू, रामबुझ, रामप्रीत, इंद्रजीत, रमेश, केसरी प्रसाद, गुडिया, रीता, नीतू, महाबलि, हरखू, रघुवीर, राकेश, रघुनाथ आदि लोग उपस्थित रहे।