

संत कबीर नगर 25 अक्टूबर 2024 उदया इंटरनेशनल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्री नर्सरी कक्षाओं में व्हाइट डे एक शिक्षाप्रद तरीके से मनाया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों ने सफेद रंग की पोशाक पहनकर लोगों को शुद्धता, निर्दोषता, साफ-सफाई, सादगी और नवीनता का संदेश दिया। बच्चों ने विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के दौरान विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों का शिक्षाप्रद तरीके से मनोरंजन भी किया।
विद्यालय के प्रबंधक उदय राज तिवारी जी ने कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सफेद रंग का उपयोग विभिन्न संस्कृतियों में विभिन्न प्रतीकात्मक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, भारत में, सफेद रंग को शोक का रंग माना जाता है। इसे पवित्रता और मोक्ष का रंग भी माना जाता है। पश्चिमी संस्कृति में, सफेद रंग को अक्सर शादी के कपड़े के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, जो शुद्धता और निर्दोषता का प्रतीक है।
विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एस के त्रिपाठी जी ने कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हैं सभी नवनिहालों का उत्साह वर्धन किया एवं कहा कि मानव जीवन में हमेशा रंगों का अपना अलग महत्व रहा है। विभिन्न सभ्यताओं से लेकर त्योहारों तक में रंगों का प्रयोग मिलता है। सफेद रंग जिसका अपना एक अलग महत्व है जो शांति, पवित्रता, एकता, शुद्धता, विद्या, सत्यता और उज्ज्वलता का भी प्रतीक है। मनोविज्ञान के अनुसार, सफेद सबसे हल्का रंग है. जिसका अर्थ है शुद्धता, मासूमियत और अखंडता । यह रंग पवित्रता, मासूमियत और पूर्णता की भावना से जुड़ा है. साथ ही इसे नई शुरुआत का प्रतीक भी माना गया है सफेद रंग की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह निष्पक्ष, स्वतंत्र और हर चीज के प्रति तटस्थ है।
कार्यक्रम की संयोजिका श्रीमती पुष्पांजलि सिंह ने सफेद रंग के महत्व को बताते हुए कहा कि यह शांति और सद्भावना को पैदा करता है। सफेद रंग को अक्सर नई शुरुआत और संभावनाओं से जोड़ा जाता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं के प्रयास सराहनीय रहे। के के मिश्रा जर्नलिस्ट