
भाकियू चढूनी ने डीएम को सौपा ज्ञापन, दी आंदोलन की चेतावनी मांगे न माने जाने पर 10 मार्च को होगा बृहद आंदोलन।


खलीलाबाद-संत कबीर नगरभारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने किसान हित एवं जन हित की विभिन्न मांगों को लेकर आज संगठन के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओ संग प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को संबोधित 24 सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी संत कबीर नगर को सौपा।अपनी मांग पत्र मे संगठन के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार को किसानों की कोई परवाह नही है। किसानों को अपनी मांगों को लेकर बार बार आन्दोलन करना पड़ रहा है। सरकार ने अभी तक एमएसपी पर कानून नही बनाया है, न ही स्वामीनाथन रिपोर्ट ही लागू किया है। न ही लखीमपुर खीरी प्रकरण मे दोषियों को अभी तक सजा भी नही दिलाया गया है।श्री भट्ट ने आगे कहा कि देश का किसान कर्ज से डूबा हुआ है। ऐसे मे किसानों का समस्त कर्ज माफ किया जाए और उन्हे मासिक पेंशन दिया जाये।अपनी मांग पत्र मे जिलाध्यक्ष ने आगे कहा कि विद्युत अधिनियम 2020 किसानो, उपभोक्ताओ के खिलाफ हैं। जिसे तत्काल वापस लिया जाना चाहिए।अपनी मांग पत्र मे जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने कहा कि देश का किसान आज काफी परेशान है, तमाम समस्याओ से जूझ रहा है। देश मे संचालित तमाम सरकारी योजनाओं से वंचित है। तमाम योजनाओ के तहत पात्र होते हुए भी सरकारी अधिकारियों, कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है, बावजूद इसके उसे योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।श्री भट्ट ने आगे कहा कि जिले के तमाम ऐसे किसान हैं जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के पात्र है बावजूद उन्हे किसान सम्मान योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जांच, वेरिफिकेशन के नाम पर काफी धांधली, अनियमितताएं की जा रही है। योजना के तहत आवेदक किसान तहसील व कृषि विभाग का चक्कर लगा रहे हैं उन्हे बार बार दौड़ाया जा रहा है। परेशान किया जा रहा है। ऐसे मे सभी के पात्रता की जांच कर यथाशीघ्र योजना का लाभ दिलाया जाए।आगे कहा कि संत कबीर नगर मे जिला आपूर्ति कार्यालय मे काफी भ्रष्टाचार, अनियमितताएं की जा रही हैं। तमाम गरीबों का नाम बिना किसी जांच के राशन कार्ड सूची से हटा दिया जा रहा है, यूनिट बढाने के नाम पर भी मनमानी की जा रही है। आवेदन जमा करने पर महीनों तक राशन कार्ड सूची मे न ही नाम जोडा जा रहा है न ही यूनिट बढाया जा रहा है। यहां तक की तमाम आवेदकों का आवेदन भी कार्यालय से गायब कर दिया जा रहा है। शिकायत करने पर कोई सुनवाई नही हो रही है।आगे कहा कि जिले के मगहर मे तैनात एक लेखपाल व बिजली विभाग के कर्मचारी को तत्काल हटाकर अन्यत्र किया जाए, उपभोक्ताओ के यहां छापेमारी कर अवैध वसूली की जा रही है, लोगों से मनमाना रकम न प्राप्त न होने पर फर्जी, मनगढ़ंत तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करा दिया जा रहा है और लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है।मांगे न माने जाने पर 10 मार्च को होगा बृहद आंदोलनसंगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने आगे कहा कि जनहित एवं किसान हित पर कई मामलों पर शिकायत पत्र, मांग पत्र अनेकों बार शासन प्रशासन के समक्ष बार बार दिया जा रहा है, धरना-प्रदर्शन भी किया गया, लेकिन कारवाई नही की जा रही है। सम्बन्धित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे किसानों, कार्यकर्ताओ मे आक्रोश व्याप्त है। यदि यथाशीघ्र मांगे नही मानी गई तो संगठन आगामी 10 मार्च को जिलाधिकारी संत कबीर नगर कार्यालय के पास बृहद आंदोलन करेगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।ज्ञापन देते समय संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट के अलावा संगठन ब्लॉक अध्यक्ष बघौली सुभाष यादव, ब्लाक अध्यक्ष सेमरियावां (महिला प्रकोष्ठ), जितेंद्र पांडेय, उमेश चौधरी, जिला सचिव विजय पाल, मेवाती देवी, विद्यासागर गुप्ता, किसान नेता धीरज मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे।