

संतकबीरनगर। मगहर नगरपंचायत के मोहल्ला चूड़ी फरोश सूती मिल चौराहा निवासी बशर नवाज पुत्र शाहनवाज आलम अंसारी उम्र7वर्ष ने अपने जीवन का पहला रोजा रखा।जिसपर उनके माता पिता और परिजनों ने उनको उपहार देने के साथ ही ढेर सारी दुआयें दीं।
पूछने पर बशर नवाज ने बताया कि रोजे में अम्मी-बड़ी अम्मी,बड़े अब्बू लोग और अब्बू को रोजे रखते और नमाज पढ़ते देखते थे। तो उसका भी मन करता था कि रोजे रखें और नमाज पढ़ें।अब्बू के साथ पहले से ही नमाज पढ़ने जाते थे।रोजा नहीं रखपाते थे पर सेहरी व उनके साथ नमाज पढ़ लेते थे।बड़ी हिम्मत जुटाने के बाद फैसला किया कि पहला रोजा रखेंगे।इसे लेकर पूरी रात नींद नहीं आयी और सेहरी खाने के बाद रोजे को मुकम्मल किया।रोजा रखने से खुदा खुश होता है।अच्छी चीजें खाने को मिलती हैं।अल्लाह दुआ को कबूल करता है।आगे बताया कि उनके पहले रोजे रखने पर उनके अम्मी-अब्बू,बड़े अब्बू,बड़ी अम्मी ने उपहार दिये।दादा हाजी बदरे आलम अंसारी जो इस समय गोरखपुर रेलवे हॉस्पिटल में भर्ती हैं उन्होंने काफी दुआएं दी हैं।हम भी अल्लाह से दुआ करते हैं कि हमारे दादा जल्दी ठीक होकर घर आजाएं।