


संत कबीर नगर20 सितंबर 2022 – दिप्ती दुग्ध विकास स्वयं सहायता समूह भाग एक एवं दो की महिलाओं ने बैठक करके सामूहिक रूप से निर्णय लिया है कि समूह के समस्याओं से संबंधित मुख्य विकास अधिकारी प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया था पर महीनों बीतने के उपरांत अभी तक कोई न्यायसंगत कार्यवाही नहीं हो पाई जिससे सिद्ध करता है कि सिस्टम में व्याप्त भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। यह समूह काफी पुराना समूह है जो नियमानुसार धरातल पर संचालित है और सिलाई सेंटर एवं प्रशिक्षण केन्द्र के माध्यम से लगभग डेढ़ दर्जन महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से स्वरोजगार दे रखा है किन्तु संबंधित जिम्मेदारों के मिली भगत से नये कागजी समूहों को पता नहीं क्यों विभागीय योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा रहा है, जिसकी दर्जनों आनलाइन एवं लिखित शिकायत की गई किन्तु दबाव में आकर संबंधित जांच अधिकारी गलत व भ्रामक रिपोर्ट के आधार पर मामले का कागजी निस्तारण कर दे रहे हैं,आलम ये है कि कोई आर्थिक सहयोग न मिलने से साधन संसाधन एवं कार्यशील पूंजी के अभाव में लगभग डेढ़ माह से सिलाई सेंटर बंद चल रहा है जिससे ग्रामीण महिलाओं का जीवन यापन कठीन हो गया है।इसके अलावा सामुदायिक शौचालय का देख रेख कागजी समूह के अपात्र महिला को सौंपते हुए ईर्ष्यावश इस समूह को अबतक किसी भी योजना से लाभान्वित नहीं किया गया और नहीं तो काफी लिखापढ़ी के बाद जनहित में पारदर्शिता के मद्देनजर ड्राई राशन का उठान तो करवाया गया लेकिन वितरण आंगनबाड़ियो के मनमानी तरीके से करवाने से धरातल पर शासन प्रशासन एवं सरकार की मंशा फलीभूत नहीं हो रही है और जनता के अधिकारों पर खुलेआम डकैती जारी है। अतः मुख्य विकास अधिकारी को दिए गए प्रार्थना पत्र पर यदि अविलंब न्यायसंगत कार्यवाही नहीं हुई तो बाध्य होकर हम महिलाओं को विकास भवन पर प्रदर्शन करना पड़ेगा जिसके जिम्मेदार संबंधित जिम्मेदार होंगे। रिपोर्ट :- के के मिश्रा