

कानपुर 17 जुलाई – इस्लाम के तीसरे खलीफा हज़रत उस्मान गनी रज़ी अल्लाहु अन्हु बहुत ही नरम दिल और बेहद सखी थे इन विचारों को आल इंडिया ग़रीब नवाज़ कौन्सिल के तत्वाधान में आयोजित यौमे उस्माने गनी प्रोग्राम में कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना ने जामिया अशरफुल मदारिस गद्दियाना में व्यक्त किये | मौलाना अशरफी ने कहा हज़रत उस्मान गनी से पैग्मबरे इस्लाम ने अपनी दो बेटियों का निकाह किया इसीलिए आप को ज़ुन्नुरैन (दो नूर वाले) भी कहा जाता है लोगों की मदद करना आप की आदत थी अल्लाह की राह में तीन सौ सुर्ख कीमती ऊँट पेश किये मदीना शरीफ के लोगों को मीठा पानी लेने के लिए मीलों दूर जाना पड़ता था आप ने बीस हज़ार दीनार में एक यहूदी का मीठा कुआँ खरीद कर मदीना वालों को दान कर दिया वह कुआं आज भी मौजूद है और उस की आमदनी का आधा हिस्सा गरीबों में और आधा हिस्सा हज़रत उस्मान के नाम से चल रहे बैंक खाते में जमा होता है इस आमदनी से हुकूमत ने मदीना शहर में एक आलिशान होटल हज़रत उस्मान गनी के नाम से बनवाया है। महताब आलम मिसबाही शहरी सदर आल इण्डिया गरीब नवाज़ काउन्सिल ने कहा हज़रत उस्मान गनी रज़ी अल्लाहु अन्हु ने अपनी खिलाफत में कुरान पाक को जमा फरमाया और शहादत के वक़्त भी कुरान से अपना रिश्ता जोड़कर उम्मत को सबक दिया कि किसी भी हाल में कुरान का दामन नहीं छूटना चाहिए | शायरे इसलाम जनाब खुर्शीद आलम मिम्बर आल इण्डिया गरीब नवाज़ काउन्सिल,हाफिज मुख़्तार ने नात व मन्क़बत पढ़ी संचालन हाफिज नियाज़ अहमद अशरफ़ी ने किया | सलातो सलाम और मुल्क की तरक्की व खुशहाली की दुआओं के साथ जलसा ख़त्म हुआ इस अवसर पर प्रमुख रूप से हाफिज़ मिन्हाजुद्दीन क़ादरी शहरी जनरल सेक्रेट्री आल इण्डिया गरीब नवाज़ काउन्सिल,मौलाना मो. क़ासिम अशरफ़ी,मौलाना शान मोहम्मद,मौलाना शब्बीर आलम,मौलाना अहमद रज़ा,हाफिज मोहम्मद अरशद अशरफी,मौलाना मो.कलीम,हाफिज नदीम अख्तर,मोहम्मद नजीर खान,हाफिज मोहम्मद मुश्ताक़,मास्टर जमील अहमद आदि उपस्थित रहे