भाकियू चढूनी ने एसडीएम को सौपा ज्ञापन, 20 दिन भीतर मांगे न माने जाने पर दी आंदोलन की चेतावनी -संत कबीर नगर) धनघटा भारतीय किसान यूनियन चढूनी के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने किसान हित एवं जनहित की विभिन्न मांगों को लेकर आज संगठन के कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियों संग प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं राष्ट्रपति को संबोधित 7 सूत्रीय मांग पत्र उप जिलाधिकारी धनघटा को सौपा। अपनी मांग पत्र मे संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने कहा कि देश का किसान आज काफी परेशान है, अनेकों समस्याओ से जूझ रहा है। अधिकारियों कर्मचारियों के लचर रवैये के कारण देश मे संचालित तमाम सरकारी योजनाओं से वंचित है। तमाम योजनाओ के तहत पात्र होते हुए भी सरकारी अधिकारियों, कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है, बावजूद इसके उसे योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। श्री भट्ट ने अपनी मांग पत्र मे आगे कहा कि जिले के धनघटा तहसील अन्तर्गत ग्राम आगापुर उर्फ गुलरिआ, छपरा मगर्वी गांव के सिवान को लेकर वर्षो बाद भी आज सीमा विवाद बना हुआ है, जिससे गाँव मे उचित विकास नही हो पा रहा है। कई बार तहसील प्रशासन जिला प्रशासन को मामले से अवगत कराया गया लेकिन स्थिति जस का तस बनी हुई है। अधिकारियों कान मे जूं नही रेंग रहा है। श्री भट्ट ने आगे कहा कि जिले के दक्षिणांचल मे धनघटा तहसील के गांवों से गुजरने वाली घाघरा नदी से बालू ठेकेदार व माफिया मनमाने तौर नियम विरुद्ध तरीके से बालू का खनन कर रहे हैं जिससे नदी की धारा मुड़ गयी है, भविष्य मे नदी की धारा किसानो के घरों व खेतों को भी भारी तबाही कर देगी, जिससे जान माल का काफी नुकसान होगा। किसान, ग्रामीण पूरी तरह बर्बाद हो जायेंगे। आगे कहा कि धनघटा तहसील के छपरा मगर्वी आदि गांवों मे किसानों की खतौनी नही निकल पा रही है, तहसील कर्मचारियों की मनमानी व लापरवाही से खतौनी उलट पूलट हो गया है, जिसे दुरूस्त कराया जाए। किसानों, ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। तमाम योजनाओ को इसी कारण इन्हे वंचित होना पड़ रहा है। किसान सम्मान निधि भी इसी कारण तमाम किसानो का बंद हो गया है, जिसे जल्द से जल्द सही कराया जाए। अपनी मांग पत्र मे आगे कहा कि जिले के धनघटा तहसील के कई गांवों के ग्रामीणों, किसानो को अभी कई वर्षो से बाढ राहत नही दिया गया है उन्हे यथाशीघ्र उपलब्ध कराए जायें। संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट ने किसानों, ग्रामीणों की अन्य मांगों को भी उप जिलाधिकारी धनघटा के समक्ष उठाया, कई गांवों मे रास्ते की समस्याओ से भी अवगत कराकर यथाशीघ्र निस्तारण की मांग किया। बाद मे संगठन के कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियों ने थाना धनघटा पर जाकर वहां मौजूद वरिष्ठ उपनिरीक्षक से मिलकर कई कार्यकर्ताओ व पदाधिकारियों के मामले मे भी वार्ता कर कारवाई करने की मांग किया, जिस पर उनके द्वारा जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया। संगठन के जिलाध्यक्ष ने अपनी मांग पत्र मे आगे कहा कि जनहित एवं किसान हित पर कई मामलों पर शिकायत पत्र, मांग पत्र अनेकों बार शासन प्रशासन के समक्ष बार बार दिया जा रहा है, धरना-प्रदर्शन भी किया गया लेकिन कारवाई नही की जा रही है। सम्बन्धित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। जिससे किसानों, कार्यकर्ताओ मे आक्रोश व्याप्त है यदि 20 दिन के भीतर मामले का निराकरण नही कराया गया तो संगठन बिना किसी सूचना के धनघटा तहसील पर आन्दोलन को मजबूर होगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देते समय संगठन के जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट के अलावा जिला उपाध्यक्ष रामचंद्र यादव, सूखना देवी उर्फ पूजा,तहसील अध्यक्ष धनघटा हफीजुल्लाह, नन्दू, इंद्रजीत, गुडिया, महाबलि, हरखू आदि लोग उपस्थित रहे।