

संत कबीर नगर 12 अक्टूबर 2023 जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर की अध्यक्षता में गत दिवस देर सांय कलेक्ट्रेट सभागार में पंचायती राज विभाग की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गयी जिसमें मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार उपस्थित रहे।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि व्यक्तिगत शौचालयों के शत-प्रतिशत लाभार्थियों को प्रथम किश्त दे दिया जाये। अगली बैठक तक प्रथम किश्त देयता शून्य होनी चाहिये। पंचायत भवन एवं सामुदायिक शौचालय के निर्माण हेतु जिन ग्राम पंचायतों में भूमि उपलब्ध नहीं है अथवा विवादित है, उनका विवरण लेकर जिला पंचायत राज अधिकारी शुक्रवार की बैठक में आयें जिसपर सम्बन्धित उपजिलाधिकारी के द्वारा निस्तारण कराया जायेगा। उन्होंने निर्देशित किया कि ओ०डी०एफ० प्लस ग्राम जिनको क्रेडिट लिमिट निर्गत है, कार्य शुरु करायें, विकास खण्ड सांथा, बघौली, मेंहदावल की प्रगति खराब होने पर उन्हें चेतावनी निर्गत किये जाने के निर्देश दिये गये। 4. सामुदायिक शौचालय एवं पंचायत भवन जिनका निर्माण कार्य अपूर्ण है उन्हें पूर्ण करायें। 15वाँ वित्त एवं राज्य वित्त आयोग अन्तर्गत आवंटित ऐसी ग्राम पंचायतें जिनकी प्रगति 0-10 प्रतिशत के मध्य है अथवा 80 प्रतिशत से अधिक है उनकी सूची बनाकर प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिये गये कि शासनादेश में दी गयी व्यवस्था के अनुसार ग्राम पंचायतों में स्थल चयन की कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ की जाये जिसमें मुख्यतः ग्राम सचिवालय, सामुदायिक शौचालय, प्राथमिक विद्यालय, ग्राम पंचायतों को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाली सड़कें, प्रवेश व निकास द्वार पर वरीयता दी जाये। अगली बैठक में कितने ग्राम पंचायतें कैमरों से संतृप्त हो गयी हैं की प्रगति की समीक्षा की जायेगी।
इसी क्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत निर्माण कार्य हेतु आवंटित भूमि पर पेड़ होने से कार्य बाधित है। पेड़ों की कटान हेतु निलामी की प्रक्रिया ग्राम पंचायत स्तर से किया जाना है। जल निगम द्वारा वन विभाग से मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त कर उपलब्ध कराया गया है। समस्त खण्ड विकास अधिकारी निलामी एवं कटान की प्रक्रिया पूर्ण कर प्रगति से अवगत करायें। प्रधानों की शपथ-पत्र पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के सम्बन्ध में यह निर्देश दिये गये कि जाँच हेतु नामित अधिकारी जाँच आख्या उपलब्ध करा दें । प्राप्त शिकायत तथा उनके सम्बन्ध में अब तक हुई कार्यवाही की नामित जाँच अधिकारी वार रिपोर्ट उपलब्धता सुनिश्चित करें कि समय-सीमा के अन्तर्गत लम्बित शिकायतों का निस्तारण हो जाये। ग्राम / क्षेत्र पंचायत विकास योजना के सम्बन्ध में निर्देशित किया गया कि शासनादेश में दी गयी समय-सारिणी के अन्तर्गत बैठकों एवं कार्ययोजना तैयार करने की कार्यवाही पूर्ण की जाये तथा ससमय ई-ग्रामस्वराज पोर्टल पर कार्ययोजना अपलोड करायी जाये। मुख्यमंत्री पुरस्कार योजनान्तर्गत दस ग्राम पंचायतों के सत्यापन हेतु टीम गठित है। सम्बन्धित टीम के अधिकारी समयान्तर्गत सत्यापन करते हुए आख्या प्रस्तुत करें जिससे ससमय राज्य स्तर पर अग्रसारित किया जा सके।
इसी क्रम में जिलाधिकारी द्वारा दुग्ध विकास से सम्बन्धित नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत संचालित मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना एवं प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समितियों के गठन की योजना की समीक्षा की गई, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि पशुपालन विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए योजना के लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति ससमय करना सुचित करें।
जिलाधिकारी महेन्द्र सिंह तंवर द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, मत्स्य विभाग द्वारा संचालित विकासपरक/लाभार्थीपरक योजनाओं में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति, गुणवत्ता एंव कार्य योजना की समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान भूमि संरक्षण अधिकारी सौरव कुमार द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री कृषि योजना के अन्तर्गत हर खेत को पानी कार्यक्रम के तहत नहर प्रणालियों में उपलब्ध सिंचाई जल को कुलाबा कमाण्ड के प्रत्येक खेत तक पहुचाने के उद्देश्य से विभाग द्वारा काडम परियोजना संचालित की गयी है। जिसके द्वारा नहरों के किनारे सिंचाई विभाग द्वारा कुलाबो पर सर्वप्रथम सर्वे कर कार्य योग्य कुलाबो का चयन करते हुये उन पर नियोजन किया जाता है तथा जिला समिति बैठक में उसका अनुमोदन लेने के उपरान्त ई-टेण्डर प्रक्रिया के माध्यम से निविदादाता द्वारा कच्ची पक्की नाली एंव संरचनाओं का निर्माण कराया जाता है जिससे क्रम में प्रगति के सापेक्ष कुछ कार्याे 1 का सम्पादन कराया जा चुका है।
इसी क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सिंचाई एंव जल संसाधन विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि यह योजना किसानो के लिए अति हितकर है और इस योजना के लक्ष्य के सापेक्ष कार्य को गति प्रदान करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए आश्वासन दिया गया साथ ही निविदादाता के साथ सयुक्त रूप से मिटिंग करके जिलास्तर पर लक्ष्य को अति शीघ्र पूर्ण कराने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही उनके द्वारा सभी विभागो के अधिकारियो को निर्देशित किया गया कि वो अपने स्तर पर कार्याे/योजनाओं में प्रगति एंव गुणवत्ता की समीक्षा स्वयं करते रहें, आई०जी०आर०एस० जनता दर्शन अथवा किसी भी शिकायती संदर्भ के सापेक्ष कोई प्रकरण लम्बित न होने पाये तथा योजनओं के सत्यापन के साथ परफार्मेश की समीक्षा करें।
इसी क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सरयू परियोजना के अन्तर्गत बाँसी शाखा प्रणाली, खलीलाबाद शाखा प्रणाली बस्ती शाखा के टेल से निकलने वाली महुली राजवाहा प्रणाली एवं कुआनों पम्प नहर प्रणाली के द्वारा सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराये जाने की समीक्षा की गयी। उन्होंने जनपद में पड़ने वाली नहरों की सिल्ट सफाई 15 अक्टूबर से 15 दिसम्बर तक कराये जाने का निर्देश दिया।
बैठक में अधिशासी अभियन्ता, सरयू नहर खण्ड- खलीलाबाद के द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद संत कबीर नगर के अन्तर्गत सभी राजवाही एवं अल्पिकाओं का सिल्ट सफाई के कार्य कराये जाने हेतु प्रस्तावित किया गया है। जिला स्तरीय कमेटी के द्वारा सिल्ट सफाई के अनुश्रवण के लिए विभिन्न विभागों के द्वारा टास्कफोर्स से सिल्ट सफाई के कार्यों को कराये जाने के पूर्व दौरान एवं कार्याे के अंतिमीकरण तक निरीक्षण/सत्यापन कराये जाने के लिए टास्क फोर्स का गठित किया गया है।
इसी क्रम में जल जीवन मिशन की बैठक में जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता जल निगम को निर्देशित किया गया कि सभी उप जिलाधिकारी से समन्वय स्थापित कर , शुक्रवार को भूमि संबंधी समीक्षा बैठक तक भूमि के सभी लंबित प्रकरणों को निस्तारित कराना सुनिश्चित करें।
अधिशासी अभियंता द्वारा बताया गया कि कार्यस्थल पर वृक्षों को काटने की अनुमति हेतु वन विभाग से सर्वे कराकर मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त कर लिया गया है, तथा इसके उपरांत ग्राम पंचायत स्तर से नीलामी कराकर वृक्ष काटने की प्रक्रिया किया जाना है । जिस पर जिलाधिकारी द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि मुख्य विकास अधिकारी से आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त कर , विकास खंड वार , ग्राम प्रधान एवं सचिव की संयुक्त बैठक कर नीलामी प्रक्रिया प्राथमिकता पर पूर्ण कराएं।
जिलाधिकारी द्वारा कार्यदायी फर्मों के प्रोजेक्ट मैनेजर पर नाराजगी व्यक्त करते हुए आवश्यकतानुसार मैनपावर बढ़ाने एवं सभी परियोजनाओं तथा सभी कॉम्पोनेंट पर समानांतर कार्य करने हेतु निर्देशित किया।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि शुक्रवार की समीक्षा बैठक में दोनो कार्यदाई फर्मों के प्रोजेक्ट मैनेजर द्वारा स्वयं पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतिकरण करना होगा कि, निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण कराने की क्या योजना है। तथा तदनुसार आवश्यक संसाधन नहीं पाए जाने पर प्रतिकूल कार्यवाही हेतु शासन को संस्तुत किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी सुरेश चन्द्र केसरवानी, डीसी0 एल0आर0एल0एम0 जीशान रिजवी, डीसी मनरेगा प्रभात द्विवेदी, पी0डी0 संजय नायक, जिला पंचायत राज अधिकारी पी0के0 यादव, अधिशाषी अभियन्ता सिचाई विजय कुमार, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम संजय कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी सौरभ कुमार, वरिष्ठ मार्केटिंग निरीक्षक डेरी बी0के0 गुप्ता सहित सम्बंधित अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
के के मिश्रा जर्नलिस्ट