



संत कबीर नगर 31 जुलाई 2023 भारतीय प्रजापति महासंघ एकीकरण महाअभियान भारत बर्ष रजि द्वारा जिलाधिकारी को दिया गया ज्ञापन ज्ञापन में अनिल कुमार प्रजापति द्वारा संत कबीर नगर में शिल्पकार अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र निर्गत करने, समाज पर हो रहे जुल्म, ज्यादती,अन्याय और उत्पीड़न की रोकथाम,कुम्हर गड्ढो को अतिक्रमण मुक्त कराने एवं लोकसभा भागीदारी आदि ज्वलंत मुद्दों को लेकर जिलाधिकारी के माध्यम से उक्त चार बिंदुओं से संबंधित ज्ञापन दिया गया । कार्यक्रम को बतौर मुख्य आयोजक संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनिल कुमार प्रजापति ने कहा कि समस्त प्रजापति समाज यह भली भांति जानता है कि अनुसूचित जाति संविधान आदेश 1950 के उ प्र वैल्यूम मे शिल्पकार 65 वें क्रमांक पर अधिसूचित अनुसूचित जाति है।पूरे उत्तर प्रदेश एवं सम्पूर्ण देशभर मे अनुसूचित जाति अधिसूचित सभी शिल्पकार जातियों एवं उपजातियों को एथनोग्राफी के आधार पर अनुसूचित जाति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाना चाहिए परन्तु शिल्पकार अनुसूचित जाति के सम्बंध मे एथनोग्राफी को अमान्य/इगनोर किया जा रहा है जबकि उत्तर प्रदेश वैल्यूम का उत्तराखंड राज्य द्वारा पूर्व मे उत्तर प्रदेश राज्य का हिस्सा होने के कारण राज्य विभाजन के पश्चात भी इस आदेश का राजाज्ञा सं0 3770/ 16-12-2013 के माध्यम से अनुपालन करा,शिल्पकार अनुसूचित जातियों के प्रमाण पत्र निर्गत किये जाते है।
भारतीय प्रजापति महासंघ एकीकरण महाअभियान भारत बर्ष रजि द्वारा विगत 2004 से लगातार आवाज उठाई जा रही है तथा इसी मुद्दे पर 2017 में पुर्व प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी श्री केशव प्रसाद मौर्य के समक्ष एकमुश्त प्रजापति समाज ने भाजपा का समर्थन भी किया था। इसके अलावा एकीकरण महाअभियान से संबद्ध डीएसपी अधिकार दल (प्रजापति समाज का पंजीकृत राजनीतिक दल) द्वारा इन्हीं मुद्दों के आश्वासन पर भाजपा को लोकसभा चुनाव 2019 एवं विधानसभा चुनाव 2022 मे समर्थन किया गया परन्तु अभी तक इस दिशा मे कोई संतोष जनक प्रगति नही हुई, यद्यपि योगी सरकार द्वारा इस सम्बंध मे मात्र सकारात्मक पत्राचार किया गया है जबकि केन्द्र सरकार ने एक तरफ जहां आनन फानन में 10% गरीब सवर्ण लागू कर दिया वहीं संवैधानिक रूप से अधिकृत इन 17 अतिपिछड़ी जातियों का बहुप्रतीक्षित रिजर्वेशन प्रकरण आज भी लंबित है जिससे वंचित वर्गों में काफी निराशा एवं रोष व्याप्त है। बेशक सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी इन वर्गों से श्री डा संजय निषाद, श्री धर्मवीर प्रजापति, श्री ओमप्रकाश राजभर आदि नेताओं को साधकर पुनः सत्ता प्राप्ति करना चाहती है किन्तु जनसंख्या के अनुपात में वगैर आरक्षण/राजनैतिक भागीदारी दिए 2024 का बेड़ा पार कर पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असम्भव है।
शिल्पकार प्रकरण एवं हक अधिकार पर सुनिश्चित सफलता के लिये दिनांक 9-7-2023 को दारूल शफा लखनऊ मे विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं राजनैतिक दलों के पदाधिकारियों की अहम बैठक आहूत की गयी थी,बैठक मे दर्जन भर संगठनों /दलों की भागीदारी हुई थी,उस बैठक मे सर्वसम्मति से यह निर्णय हुआ था कि समय रहते यदि बीजेपी सरकार हमारे उक्त जायज मांगों को स्वीकार नहीं करती है तो लोकसभा चुनाव 2024 के जस्ट पहले पुरे देश का प्रजापति समाज एकजुट होकर दिल्ली के जंतर-मंतर स्टेडियम में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेगा जिसका जिम्मेदार शासन प्रशासन और सरकार होगी। चूंकि उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी यह ज्ञापन कार्यक्रम आज चल रहा है इस नाते सार्वजनिक रूप से 20 जुलाई उत्तर प्रदेश प्रेसक्लब लखनऊ में इसकी बृहद प्रेसवार्ता भी की गई है ताकि प्रकरण सबके जानकारी में रहें।अतः सादर अवगत कराना है कि सदियों से सर्वसमाज की सेवा करते चले आ रहे पुरे देश में समानांतर रुप से बसे निर्णायक आवादी वाले इस समुदाय की जनसंख्या किसी से कम नहीं बल्कि आपसी विघटन एक बड़ा कारण है, इस नाते अपने हक अधिकार हेतु एकजुट होकर सामुहिक विकास की धारणा से आज दिनांक 31 जुलाई दिन सोमवार को सभी जनपदों से जिलाधिकारी महोदय के माध्यम से तथा जरिए पंजीकृत डाक मा राष्ट्रपति महोदया,मा प्रधानमंत्री जी, मा मुख्य मंत्री जी एवं राज्यपाल महोदया को सम्बोधित मांग पत्र दिया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्व श्री दयाशंकर प्रजापति जिलाध्यक्ष संत कबीर नगर, विनोद कुमार प्रजापति जिला उपाध्यक्ष,राम अंजोर प्रजापति, रीता प्रजापति महिला जिलाध्यक्ष, रामप्रकाश प्रजापति, जगन्नाथ प्रजापति, कैलाश नाथ प्रजापति,बिशुन प्रजापति, गणेश प्रजापति, बलराम प्रजापति, सुनील प्रजापति, राजेन्द्र प्रजापति,शोहरत प्रजापति, दीनानाथ प्रजापति, दिनेश प्रजापति,बेचन प्रजापति, ध्यानचंद प्रजापति, रविन्द्र नाथ प्रजापति, शैलेन्द्र कुमार प्रजापति,चंदन प्रजापति, सच्चिदानंद प्रजापति, कृष्णानंद प्रजापति, दुर्गेश प्रजापति, रामपलट प्रजापति, सुरेश प्रजापति, सुभाष चन्द्र प्रजापति, रामप्रकाश प्रजापति, देवानंद प्रजापति,फौदू प्रजापति,शिवा प्रजापति, अनिल प्रजापति भट्ठा वाले, विरेन्द्र प्रजापति, रामफेर प्रजापति, कपिल प्रजापति, जवाहरलाल प्रजापति, रामनाथ प्रजापति,नेबूलाल प्रजापति,बल्लोज प्रजापति,आकाश प्रजापति,ध्रुवचंद प्रजापति, हरिश्चन्द्र प्रजापति,बाबूराम प्रजापति, सुरेश प्रजापति, रामकिशोर प्रजापति आदि भारी संख्या में प्रजापति समाज के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
के के मिश्रा जर्नलिस्ट