
सन्त कबीर नगर ( मेहदावल ) – पारदर्शिता , सहभागिता एवं जवाबदेही के बहुउद्देशीय कर्तव्य पालन के साथ प्राक्कलन , निर्धारित प्रक्रिया ( laid down procedure ) तथा मितव्ययिता के आधार पर सामग्री क्रय की जांच हेतु इन्वाइस , बिलो , बाउचरो व अन्य सम्बन्धित अभिलेखो का सत्यापन । अभिलेखो का सत्यापन , कार्यो का सत्यापन कि जिम्मेदारी मे सोशल आडिट टीम सारी हदे पार करती दिख रही है । विकास खण्ड मेहदावल के ग्राम पंचायत नरायनपुर मे हुई सोशल आडिट केवल बैनर लगाकर फोटो खींचवा कर अपनी उक्त जिम्मेदारी की इति श्री कर दिया । बैठक मे योजना लाभ से वंचित गांव की महिलाओ की एक नही सुनी गयी । वही ग्राम पंचायत नंदौर मे ग्राम प्रधान को सोशल आडिट होने की जानकारी ही नहीं हुई । ऐसा ही कुछ हाल ग्राम पंचायत नावध की रही है वही प्राप्त जानकारी के अनुसार टीम के सदस्य द्वारा बीमारी का बहाना बनकर सोशल आडिट बैठक कैंसल कर दिया गया । जबकि बिना अभिलेख बिना सेक्रेटरी , बिना रोजगार सेवक , बिना तकनीकि सहायक आदि के बगैर सोशल आडिट हो जाता है । यह तब है जब सक्षम अधिकारियो के संज्ञानता व सोशल आडिट प्रशिक्षण से सोशल आडिट किया जाता है । ऐसे मे यह सवाल उठना लाजिमी है कि जब मनमानी ही करना है नियम की अनदेखी मे सोशल जस्टिस आडिट करवाना है तब सोशल आडिट निदेशालय के आदेश का ढोल क्यो पीटा जाता है ? के के मिश्रा जर्नलिस्ट