
बरेली, उत्तर प्रदेश।

आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा खान फ़ाज़िले बरेलवी का 103 वा तीन रोज़ा उर्स-ए-रज़वी बरेली समेत दुनियाभर में 2, 3 व 4 अक्टूबर को दरगाह व मथुरापुर स्थित जामियातुर रज़ा में मनाया जाएगा। उर्स की तैयारियां दरगाह ताजुशशरिया के सज्जादानशीन व काज़ी-ए-हिंदुस्तान मुफ्ती मोहम्मद असजद रज़ा खा क़ादरी की सरपरस्ती में शुरू हो चुकी है। कोरोना महामारी के चलते इस बार भी उर्स सादगी के साथ सीमित संख्या में मनाया जाएगा। उर्स की तैयारियों को लेकर आज किला स्थित सोसाइटी के हेड आफिस पर बैठक आयोजित की गई जिसमें सोसाइटी के संस्थापक व काज़ी-ए हिंदुस्तान के दामाद फरमान हसन खान (फरमान मियां) ने कहा कि जहाँ एक तरफ उर्स में मज़हबी रस्में परचम कुशाई, तक़रीर व कुल शरीफ की रस्म अदा की जाएगी। वहीं दरगाह की तरफ से ऐसे गरीब लोग जिनको डॉक्टर ने ऑपरेशन बता दिया है और वो लोग आर्थिक तंगी की वजह से ऑपरेशन नही करा पा रहे है उनका मुफ्त ऑपरेशन सोसाइटी की जानिब से कराय जायेंगे।