
विकास इतना भी नही अच्छा कि
सड़क भी आईना देखने लगे।
संत कबीर नगर / कुरैश अहमद सिद्दीकी
यह है बारिश के मौसम में खलीलाबाद शहर और गावों की सड़कों का हाल।





विकास का मुंह देखते – देखते जनपद की सड़के आईने से मुंह फेरने लगी है़ं।अब उन्हे आईने की नही मायने की जरूरत महसूस होने लगी है़।
हालांकि सरकार इस बेरुखी के खिलाफ है़ और इनके दिन फिर से बहुर जाये कोशिश मे लगी रहती है़ पूर्व के वर्षो मे गड्डा मुक्त सड़क अभियान पर काफी जोर दिया गया था।
इसी क्रम मे अभी हालिया मे टूटी हुई एवं जलभराव से लबरेज सड़कों शिकायत त्वरित निस्तारण सम्बन्धी व्हाट्सएप नम्बर जारी किया गया है़।उत्तर प्रदेश पी डब्ल्यू डी ( आफिसियल ) ट्विटर हैंडल से ट्वीट जारी किया गया है़ कि सड़क टूटी होने पर अब पब्लिक को किसी दफ्तर या नेता के घर के चक्कर नही लगाने होंगे। इस सड़क की फोटो व विवरण पी डब्ल्यू डी के व्हाट्सएप 7991995566 पर भेजना होगा विभाग तुरन्त एक्शन लेगा।
यानी विकास के साथ जिम्मेदारी मे इतना आगे निकला जा चुका है़ कि शिकायत मात्र से समस्या का निस्तारण हो जायेगा।
हालांकि जिम्मेदारी मे दायित्व निर्वहन के साथ विभागीय नियम का अनुपालन अनिवार्य है़ लेकिन किसी कारण वश अभिशापित होने के चलते उदासीनता का आलम देखना पड़ता है़ चाहे वह विधानसभा क्षेत्र मेहदावल की टड़वरिया टू बौर व्यास मार्ग , निघूरी चौराहा वाया राजेडीहा मुख्य मार्ग , मेहदावल टड़वरिया टू सांथा लोहरसन राजघाट पूल मार्ग , बहु चर्चित बघुआ नंदौर मुख्य मार्ग , अमरडोभा टू दुर्गजोत मार्ग , शिकोहरा टू बढ़या बाबू मार्ग , बघौली टू पिपरा बोरिंग मार्ग , बघौली वाया भीखाडाड़ खटियावा चौराहा मार्ग , बखिरा वाया हरदी चौराहा गोनहा घाट मार्ग हो अथवा खलीलाबाद विधानसभा की सड़क बिगरा अव्वल टू बसडीला मार्ग , पायलपार टू भुवरिया चौराहा मार्ग , दुधारा टू भरवलिया बुधन मार्ग , बनकसिया टू अजगैइबा घाट मार्ग , बाघनगर वाया वासिन मुजहना मार्ग या फिर दो विधानसभाओ को जोड़ने वाली सेमरियावा टू भगौसा मनैतापुर मार्ग , बघौली टू नवीन सब्जी मंडी मार्ग, अतरौड़ा वाया भदाह चौराहा , उड़सरा , जूरी पचपोखरी मार्ग आदि हो अथवा विधानसभा धनघटा का विश्वनाथपुर टू बिड़हर घाट मुख्य मार्ग , रूपिन टू कटार मिश्र मार्ग , बहु प्रतिष्ठित रामजानकी मार्ग बारह कोन्नी से लेकर पारा तक खस्ताहाल है़ । ग्रामीण शहर को जोड़ने वाली जनपद के इन मार्गो का जो हाल है़ अगर ये आईना देखते तो ये अपने तकदीर को ही नही अपने जीवन दाता को भी कोसते कि हमे इतना बदसूरत बनाकर क्यो जीवन जीने पर मजबूर किया जा रहा है़ । हालांकि इन्हे संवारने का काम बखूबी गड्डा मुक्त सड़क अभियान के तहत किया जाता रहा है़ जिसके अनुपालन मे रात दिन एक किया जाता रहा है़ । लेकिन जैसे नजर लगने से एक हरा भरा पेड़ भी सूख जाता है़ वही हाल मानक की अनदेखी मे होने वाला सड़क निर्माण , मरम्मत , गड्डा मुक्त सड़क अभियान का है़ निर्माण मरम्मत से लेकर गड्डा मुक्त करने मे की गयी मानक की अनदेखी का नतीजा है़ जनपद के सड़को का खस्ताहाल ।