
प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण किया तो सेण्टर सीज, डिग्री निरस्त – डीएम
– अल्ट्रासाउण्ड सेण्टरों का किया जाएगा निरीक्षण
– निरीक्षण में खामी मिली तो दर्ज होगा मुकदमा
संतकबीरनगर
जितेन्द्र चौधरी
जिलाधिकारी रवीश गुप्त ने कहा कि अगर किसी अल्ट्रासाउण्ड सेण्टर पर प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण का मामला सामने आया तो उस सेण्टर को तो सीज किया ही जाएगा, सेण्टर के संचालक की डिग्री भी निरस्त कर दी जाएगी। खामी मिलने पर मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा तथा कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।
यह बातें उन्होने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण निगरानी समिति की बैठक को सम्बोधित करते हुए कही। इस समिति के समुचित प्राधिकारी / जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने आगे कहा कि जो भी अल्ट्रासाउण्ड सेण्टर हैं, वे अपना रिकार्ड मेण्टेन रखें, इसको किसी भी समय चेक किया जा सकता है। चेकिंग के दौरान अगर खामियां मिलीं तो कार्यवाही तय है।
इस अवसर पर सीएमओ डॉ हरगोविन्द सिंह ने कहा कि अगर कोई अल्ट्रासाउण्ड सेण्टर किसी भी व्यक्ति का अल्ट्रासाउण्ड करता है तो वह उससे फार्म एल जरुर भरवाए तथा अपने रिकार्ड में रखे। साथ ही उसको आनलाइन भी करे। सारे रिकार्ड पूरी तरह से मेण्टेन होने चाहिए। अगर कोई भी रिकार्ड नहीं मिलता है तो कार्यवाही की जाएगी। अल्ट्रासाउण्ड सेण्टरों का निरन्तर समिति के लोग निरीक्षण करते रहेंगे। ताकि कहीं भी अव्यवस्था का माहौल न बन सके।
इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ मोहन झा, जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पंकज टंडन, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्हा, डॉ उमा श्रीवास्तव, आईएमए के अध्यक्ष डॉ वी के चौधरी के साथ ही जिले के अल्ट्रासाउण्ड सेण्टरों के मालिक व अन्य लोग उपस्थित थे।