
उदया इण्टरनेशनल स्कूल में दो दिवसीय (CBSE) प्रशिक्षण गुरू दक्षता कार्यक्रम




संत कबीर नगर 3 फरवरी 2024 राष्ट्रीय राजमार्ग 28 गोरखपुर-लखनउ राजमार्ग के सन्निकट उदया इण्टरनेशनल स्कूल भुजैनी के प्रबंधक श्री उदय राज तिवारी जी के करतल-वितान तले पुष्पित पल्लवित, माँ भारती की अखण्ड ज्योति से ज्योतिर्मय विद्यालय की बागडोर संभालते हुए। आदरणीय श्री शैलेन्द्र कुमार त्रिपाठी (प्रधानाचार्य) जी के कुशल संचालन में क्रियान्वित प्रबुद्ध शिक्षकों द्वारा (गुरु दक्षता) केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निर्देशानुसार विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों के सहयोग से 02 फरवरी 2024 का प्रथम दिन सुगमता से सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का शुभारम्भ भारतीय संस्कृति के अनुसार, रिसोर्स पर्सन डा० डी पी सिंह राष्ट्रीय पुरस्कार से सुशोभित, तथा श्रीमती राजश्री मिश्रा (प्रधानाचार्य जी० एम० एकेडमी गोरखपुर) के द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ। कार्यक्रम के प्रथम चरण में संगीत के आध्यापक श्री स्वप्निल एवं कु० निधि के सहयोग से आर्या, तस्कीन, इकरा, शान्तनु, रुद्रांश, ओम, निमिशा, प्रियंका, आदि बच्चों द्वारा हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के भाल को चंदन कुमकुम से सजाने का कार्य श्रीमती ममता और श्रीमती मीरा सिंह द्वारा किया गया। इसी क्रम में सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री एस. के. त्रिपाठी जी ने राष्ट्रीय अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के द्वारा निर्देशित विभिन्न सूचनाओं से अवगत कराते हुए, गुरू दक्षता पर अपने श्रीमुख से व्याख्यान कौशल द्वारा समझाने का प्रयास किया, और उपस्थित सभी आगंतुकों का स्वागत अभिनंदन करते हुए कहा कि, गुरू दक्षता का शाब्दिक अर्थ विषय विशेषज्ञता से है।
कार्यक्रम को गति प्रदान करते हुए विद्यालय के प्रबंधक आदरणीय श्री उदय राज तिवारी जी सबसे पहले सभा भवन में उपस्थित विभिन्न विद्यालयों से आये प्रबुद्ध जनो एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों का स्वागत अभिवादन करते हुये सभी शिक्षकों को संदेश दिया कि शिक्षक भविष्य के निर्माता है उन्हें अपने उत्तरदायित्वों को भली भाँति समझते हुए नित नूतन नवीन-शिक्षा पद्धतियों द्वारा सी० बी० एस० ई० के नियमों का पालन करते हुए अपने ज्ञान का स्थानांतरण बच्चों में करें। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण शिविर को सुगमता से संचालित करने में विद्यालय परिवार के विभिन्न सदस्यों का सहयोग इस प्रकार रहा श्री संदीप जी ने सभागार की साज सज्जा की, कला के अध्यापक श्री सुधीर रावत, प्रगति गुप्ता . मधुलिका, रितिगा श्रीयास्तया, प्रज्ञा त्रिपाठी, श्रद्धा त्रिपाठी, किरन त्रिपाठी, प्रिया, ज्योति, मधुलता आदि के सहयोग से सम्पन्न हुआ। सभी आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था का कार्यभार श्री राजन ठाकुर, श्री कुलदीप पाण्डेय, श्री संदीप एवं श्री विजय द्वारा पूर्ण हुआ। सभी विद्वान बंधुओं के जलपान भोजन की व्यवस्था विद्यालय के मुख्य लिपिक श्री शशांक त्रिपाठी तथा उनके सहयोगी श्री दुर्गेश चौरसिया श्री धर्मेन्द्र एवं श्री अनमोल त्रिपाठी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की विभिन्न गतिविधियों में सहयोग प्रदान करने वाली कु० किरन पाण्डेय श्रीमती खुशबू तथा श्री रूपेश शुक्ल जी के कार्य सराहनीय रहे। कार्यक्रम के गीडिया प्रभारी श्री प्रवेश तिवारी ने सभी सूचनाओं का प्रस्तुत करने का प्रयास किया। इस कार्यक्रम की अहम भूमिका में कार्यरत समन्वयक श्री सूर्यसेन मिश्र जी का कार्य सराहनीय रहा।
कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन डा० डी० पी० सिंह एवं श्रीमती राजश्री मिश्रा जी के दो दिवसीय ‘गुरू दक्षता’ प्रशिक्षण के सभी प्रकरणों पर बड़ी सूक्ष्मता से समझाते हुये कहा कि, बच्चों में संस्कार के साथ एक अच्छा व्यक्तित्व सजाने की अलग-अलग गतिविधियों पर प्रकाश डाला। जी० एम० एकेडमी की प्रधानाचार्या श्रीमती राजश्री मिश्रा ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान के नियमों के अनुपालन में उपस्थित प्रबुद्ध शिक्षकों शिक्षिकाओं को ‘गुरू दक्षता’ विषय पर सारगर्भित भाषण दिया। और कहा कि, शिक्षक एक दर्पण की तरह विद्यार्थियों के कमजोरियों को प्रतिबिंबित करके, उसे दूर करने का अनवरत प्रयासरत रहना चाहिए। के के मिश्रा जर्नलिस्ट