
नोटीफिकेशन डिजीज है डेंगू और चिकनगुनिया, तुरन्त सीएमओ को दें इसकी सूचना
– 35 संक्रामक बीमारियों की आईएचआईपी पोर्टल पर होगी निगरानी
– आईएचआईपी व डेंगू विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षण में दी गई जानकारी
संतकबीरनगर, 30 अक्टूबर 2019
जितेन्द्र चौधरी


अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मोहन झा ने कहा कि डेंगू और चिकनगुनिया नोटीफिकेशन डीजीज के अन्तर्गत आती हैं। इसलिए किसी भी प्राइवेट पैथालॉजी में जांच के दौरान इस तरह के रोगों की पुष्टि होती है तो तुरन्त ही इसकी सूचना सीएमओ कार्यालय को या फिर अपने क्षेत्र के ब्लाक क्षेत्र के सीएचसी या पीएचसी के अधीक्षक को दें। ताकि उस मरीज की जांच करके तुरन्त ही आवश्यक उपाय किए जा सकें।
यह बातें उन्होने सीएमओ कार्यालय के सभागार में चिकित्साधिकारियों को आईडीएसपी कार्यक्रम के अन्तर्गत आईएचआईपी व डेंगू विषयक एक दिवसीय प्रशिक्षक को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर प्रशिक्षक के तौर पर इपीडेमियोलाजिस्ट ( महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली ने बताया कि आईडीएसपी के अन्तर्गत कुल 35 संक्रामक बीमारियों की निगरानी के लिए आईएचआईपी पोर्टल के माध्यम से ब्लाक एवं जनपद स्तर पर निगरानी करके रोगों के नियन्त्रण व बचाव की कार्यवाही की जाएगी। इसमें मुख्य रुप से डेंगू, एईएस, मिजल्स, स्क्रबटायफस, टाइफाइड, मलेरिया, डायरिया, चिकनपाक्स आदि की आनलाइन रिपोर्टिंग व बचाव के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया। इसके साथ ही वेक्टर बार्न डिजीज कण्ट्रोल प्रोग्राम के अन्तर्गत डेंगू व चिकनगुनिया रोग के लक्षणों, कारणों व उसके निवारण के बारे में जानकारी दी गई। जनपद में डेंगू के प्रसार से सम्बन्धित परिस्थितियों के पाए जाने पर लार्वा को नष्ट करने की चेतावनी तथा अर्थदण्ड के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, प्रतिरक्षण अधिकारी एस रहमान, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी वेक्टर वार्न डॉ वेद प्रकाश पाण्डेय, जिला सर्विलांस अधिकारी ए के सिन्हा, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, सर्वेश श्रीवास्तव, शशिचन्द पाण्डेय, एम के गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।
फोटो – सीएमओ कार्यालय के सभागार में उपस्थित चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित चिकित्सा विभाग के अधिकारीगण तथा प्रशिक्षण ले रहे चिकित्सकगण