
जन चौपाल में पहली बार मिला प्रधान प्रतिनिधि के हाथों अधिकारियों को सम्मान

(11 अगस्त 2023)
संतकबीरनगर: प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप प्रत्येक शुक्रवार को गांव में जन चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश सरकार का उद्देश्य है गांव की समस्या गांव में ही सुन कर उसका निदान वहीं बैठे-बैठे संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा निस्तारण कर दिया जाय जिससे जिले स्तर पर ग्रामीणों को अपनी समस्याओं के लिए भाग दौड़ न करनी पड़े।इसी क्रम में विकासखंड खलीलाबाद के ग्राम पंचावयत टुंगपार व सियारासथा में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। गांव में लगने वाले उक्त चौपाल में ज्यादातर पीएम किसान सम्मना निधि योजना, वृद्धा, विधवा, विकलांग पेंशन ,समेत ज्वलंत मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए विकास खंडा स्तर के अधिकारी जैसे एडी आई ओए सबी तथा एडीओ पंचायत समाज कल्याण,ग्राम पंचायत अधिकारी, संबंधित ग्राम पंचायत व भू राजस्व अधिकारियों का चौपाल के दौरान पहुंचना नितांत आवश्यक होता है। जो कि निर्देशालय द्वारा इन्हें पत्र के माध्यम से पहले ही जन चौपाल में उपस्थित रहने और पहुँचने के लिए पत्र भेजा गया है।लेकिन अब तक के जन चौपाल में कुछ गांवों को छोड़कर पंचायत सचिव, लेखपाल,एडीआईएजी, सफाईकर्मी, समूह सखी,बीसी सखी,केयर टेकर , मौजूद नहीं रही। ग्रामीणों में किसान सम्मना निधि से जुड़ी समस्याओं पर जवाब देही के लिए कृषि विभाग का कोई कर्मचारी उपस्थित नही रहता। वही ग्राम पंचायत टुंगपार में ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा लगाए गए चौपाल में जन समस्याओं से संबंधित तमाम जालंत मुद्दे जैसे पेंशन,किसान सम्मान निधि योजना ,वरासत स्थानरण, नाम दर्ज कराने,जैसी तमाम समस्याओं विभाग से जुड़े संबंधित अधिकारी ने हो पाने के कारण समस्या का निदान नहीं हो पाया। जब अनुपस्थित कर्मचारियों को फोन से संपर्क कर अनुपस्थिति का कारण पूछा जाता है तो हमेशा वर्चुअल मीटिंग में रहने की बात करते हैं। ग्रमीणों की अन्य समस्याओं के लिए उक्त अधिकारियों द्वारा यह बताया गया कि हम समस्याओं को नोट कर ले रहे हैं संबंधित विभाग को अवगत करा देंगे। वही खलीलाबाद विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत सियारसाथा में इसी तरह का कुछ मामला संज्ञान में आया जहाँ प्रधान द्वारा बताया गया है ग्राम पंचायत सियरासाथा में सफाई कर्मी कई महीनो से साफ़ सफाई नही करते बस रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज कर चले जाते हैं।जिससे गांव में बदबू भरी नालियां और गंदगी का अंबार लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि सफाई कर्मियों से जब ग्राम प्रधान से शिकायत करने की बात कही जाती है तो सफ़ाई कर्मियों द्वारा जवाब मिलता है कि हमारी जहां भी शिकायत करनी हो प्रधान जी कर दिजिए। मेरा कुछ बनने बिगड़ने वाला नहीं है ।तो कैसे होगा गांव की सफाई कैसे होगी जनता की समस्याओं का निदान कैसा चलेगा यह सिस्टम । अब सवाल यह उठता है कि जब सिस्टम फॉलो करवाने वाले लोग ही सिस्टम से ऊपर उठकर काम करना शुरू कर देंगे।तो कैसे होगा गांव का विकास जब अपनेपन अधिकार और दायित्व कर्तव्यों से भटकते फिरेंगे कर्मचारी व अधिकारी। ग्राम प्रधान अपनी समस्याओं के लिए उच्च अधिकारियों से इसी समाधान के लिए चिल्लाते रह जायेंगे लेकिन कोई सुनने वाला नहीं ।उसकी समस्या का निदान करने वाला कोई नहीं ।
के के मिश्रा जर्नलिस्ट