
प्रधानमंत्री आवास लाभ मे मिली खामियो पर होगी रिकवरी और कार्यवाही – परियोजना निदेशक

सन्त कबीर नगर 6 दिसंबर 2021- प्रधानमंत्री आवास योजना ( ग्रामीण ) के सम्बन्ध मे मिल रही खामियो पर रिकवरी के साथ कार्यवाही की जायेगी उक्त बाते मीडिया के एक सवाल के जवाब मे परियोजना निदेशक दुर्गादत्त शुक्ल ने कही । उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना एक पारदर्शी योजना है अगर उसके पारदर्शिता को किसी के द्वारा धूमिल करने की कोशिश की गयी है तो उसके खिलाफ कार्यवाई की जायेगी ।
बताते चले कि प्रखण्ड स्तरपर हो रहे ग्राम पंचायतो क्रम मे हो रहे सोशल आडिट के दौरान प्रधानमंत्री आवास मे ऐसी खामियां आ रही है जिसमे अर्ध निर्मित आवास के पूर्ण भुगतान के साथ बिना नीव पड़े पी एम आवास का पूर्ण भुगतान देखा जा रहा है । जिसमे विगत दिनो हुए विकास खण्ड सेमरियावा के ग्राम पंचायत छपिया माफी , दरियाबाद , विगरामीर , चाईकला , चंगेरा – मंगेरा , छपिया – छितौना सहित कई ग्राम पंचायतो मे पी एम आवास योजना के पारदर्शी नियमावली को नजरंदाज कर अर्ध निर्मित व बिना नीव पड़े पी एम आवासो का पूर्ण भुगतान सोशल आडिट के भौतिक सत्यापन मे होना पाया गया है । वही इसके पूर्व हुए विकास खण्ड बघौली के पुरैना , नाऊडाड़ , औरही , वाकरगंज , रसहरा ग्राम पंचायतो मे पी एम आवास लाभ उठाने मे धांधलेबाजी जैसा कृत्य कर फर्जी रिपोर्ट लगाकर पूर्ण भुगतान का लाभ उठाया हुआ पाया गया है । इस सम्बन्ध मे पूछे गये सवाल के जवाब मे परियोजना निदेशक दुर्गादत्त शुक्ल द्वारा बताया गया कि अभी सोशल आडिट टीम की रिपोर्ट आयी नही है । उसके आने के बाद अर्ध निर्मित व बिना नीव पड़े आवास लाभ मे पूर्ण भुगतान के प्रकरण को संज्ञान मे लिया जायेगा और रिकवरी के साथ बरती गयी आवास योजना नियमावली मे मनमर्जी को संज्ञान मे लेकर सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाई की जायेगी ।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ( ग्रामीण ) लाभ नियमावली मे प्रथम किश्त 40.000 रूपये मे नीव निर्माण का कार्य , तदुपरांत उक्त निर्माण कार्य का फोटो युक्त रिपोर्ट प्रेषित की जाती है जिसके बाद 70.000 हजार का भुगतान होता है जिसमे दीवाल से लेकर छत लगाने तक का कार्य होता है फिर उक्त फोटो युक्त रिपोर्ट प्रेषित किया जाता है जिससे तीसरा किश्त 10.000 रूपये का प्राप्त होता है । जिसमे आवास का प्लास्टर व रंगाई – पोताई का कार्य होता है , उसके बाद मनरेगा मजदूरी के तहत 90 दिन का मनरेगा मजदूरी भुगतान होता है ।
केके मिश्रा जर्नलिस्ट