
संतकबीरनगर / लोहरौली
विकास खण्ड बेलहर संत कबीर नगर अंतर्गत ग्राम लोहरौली हटवा में राबेहा मोबाइल सर्विस व आनलाइन सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर एक काव्यगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिस की अध्यक्षता बुजुर्ग शाएर मुजीब बस्तवी साहब ने की, और संचालन गुफरान शकील नदवी व सलमान शकील नदवी ने किया। जबकि मुख्य अतिथि के तौर पर अहमद जमाल, ख़ालिद कमाल और मुहम्मद सलमान आरिफ नदवी ने शिरकत की।

नसरुल्लाह क़मर की तिलावते कलाम पाक से गोष्ठी प्रारंभ हुई, नाते पाक नबी रहम सागर ख़लीलाबादी ने पढ़ी। फिर कवियों ने अपने कलाम पढ़े। श्रोताओं ने जिन पंक्तियों की बहुत प्रशंसा की, वह निम्नलिखित हैं:
आज मंहगा है हर एक सौदा सरे बाज़ार देख।
है निगाहों में अगर सस्ता तो इंसान का लुहू।
लुट रही है शाहराहों पर भी नाज़िशे वतन।
बन गए सद हैफ नंगे क़ौम मेमारे चमन।
(मुजीब बस्तवी)
दोस्तों से वफा की आस कहाँ?
हम तो चित हो गए सभी ख़ाने।
तू इख़्तेलाफ की सारी हदें भुला तो सही।
तू इख़्तेलाफ पे हम सब का इत्तेफाक तो देख।
(काशिफ शकील सलफी)
मुझे आँखों से यूं हंस कर निकाला जा नहीं सकता।
गुनाहों का मैं आंसू हूँ पशेमानी से निकलूंगा।
(फराज़ अदीबी मुबारकपुरी)
जो होंगे महवे तमाशा गिरेगी उन की कुलाह।
उड़ेगा जो भी वही आसमान से गुज़रेगा।
(वसीम खान वसीम)
मैं तो ईमान के साए में हूँ पलने वाला।
तेरी नफरत की तपिश से नहीं जलने वाला।
मैं तो जुगनू हूँ जहाँ चाहो मुझे साथ रखो।
मैं वह सूरज नहीं हर शाम को ढलने वाला।
(असद महताब)
नूरे ईमान से बहुत दिल का मकाँ रौशन हुआ।
आमदे सरकार से सारा जहाँ रौशन हुआ।
कोहे फारान की सदा ने यह कहा था चीख़ कर।
आदमियत का ज़मीन पर एक निशाँ रौशन हुआ।
(गुफरान शकील नदवी)
मुद्दतों बा वज़ू रहा हूँ मैं।
इसलिए तुझको छू रहा हूँ मैं।
(डाक्टर क़मर मुहम्मदाबादी)
है मताए ऐशो तरब से ही मेरे नन्हे बच्चों को वास्ता।
उन्हें क्या ख़बर है कि होता है ग़मो दर्द रंजो मलाल क्या।
(मन्सूर आज़मी)
साहबे फन आप हैं आरिफ अगर।
चाहिए फिर इस्तेफादा आम हो।।
(आरिफ आज़मी क़ासिमी)
इन के अलावा फख़रुल इस्लाम कबीर नगरी, ज़हीर ग़ौरी, मुहम्मद हामिद आदि ने भी अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कीं, जिन्हें बहुत सराहा गया।
इस अवसर पर अब्दुल मतीन, मुहम्मद इमरान क़ासिमी, अज़ीज़ुर्रहमान उर्फ दारा, नोमान ख़ान, मुद्दस्सिर खान, मौलाना अब्दुल अहद, फिरोज अहमद, जुबैर ख़ान, फुरक़ान शकील, मुहम्मद सुहैब, मसीहुल्लाह क़मर, मुहम्मद कलीम, मुहम्मद आसिफ, जुनैद अहमद, अब्दुल वहाब, तौफीक अहमद, मुहम्मद ज़ईम, मुहम्मद सलीम, मुहम्मद शुऐब, अन्सार अहमद, मुहम्मद असद आदि उपस्थित थे।